महिला संवाद से गांवों में जागरूकता, हर दिन जुड़ रहीं 2 हजार महिलाएं
शेखपुरा जिले में पहले चरण में चार प्रखंडों में महिला संवाद हो रहा है। हर दिन 8 जगहों पर कार्यक्रम हो रहे हैं। इनमें रोजाना दो हजार से ज्यादा महिलाएं हिस्सा ले रही हैं। महिलाएं अपने अनुभव साझा कर रही हैं। गांव के विकास को लेकर सुझाव दे रही हैं। राज्य की नीतियों पर भी अपनी राय रख रही हैं।

बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा बदलाव दिख रहा है। राज्य सरकार की योजनाओं से महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं। वे न सिर्फ अपने परिवार को संभाल रही हैं, बल्कि गांव और राज्य के विकास में भी भागीदारी निभा रही हैं। इसी कड़ी में राज्य भर में महिला संवाद कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें महिलाएं अपनी बात रख रही हैं। नई योजनाओं और नीतियों पर सुझाव दे रही हैं।
पांचवें दिन चेवाड़ा प्रखंड के बहुआरा गांव में जगदंबा स्थान के पास और माने गांव में देवी स्थान के पास महिला संवाद हुआ। बरबीघा प्रखंड के रमजानपुर में हनुमान मंदिर के पास सुबह संवाद हुआ। शाम को सामस खुर्द के विषहरी स्थान के पास कार्यक्रम हुआ। सदर प्रखंड के अमानतपुर और कोसरा के गंगटी में भी महिला संवाद हुआ। अरियरी प्रखंड के वरुणा और कोइंदा गांव में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
महिलाओं का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि सरकार उनसे विकास पर राय मांगेगी। अब वे खुद को समाज का अहम हिस्सा मान रही हैं। महिला संवाद से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है। वे अब अपने गांव की तस्वीर बदलने की दिशा में सोच रही हैं।