
शेखपुरा: जिले में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं, पेयजल संकट और अन्य जनसमस्याओं को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने आंदोलन का ऐलान किया है। सीपीआई जिला परिषद की एक बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 17 जून को शेखपुरा सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता चंद्रभूषण प्रसाद ने की, जबकि शुरुआत दिवंगत नेताओं रामाशीष पासवान और राजकुमार पांडेय को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। बैठक में स्वास्थ्य सेवा, मनरेगा, जन वितरण प्रणाली, भूमिहीनों को जमीन, किसान मुआवजा, खाद-बीज की किल्लत सहित कई महत्वपूर्ण जनमुद्दों पर गंभीर चर्चा की गई।
सीपीआई के राज्य कार्यकारिणी सदस्य और जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय ने बिहार सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “डबल इंजन की सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों में चल रही हैं। शेखपुरा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। दवा और डॉक्टरों का भारी अभाव है, और मरीजों को बिना समुचित जांच के रेफर कर दिया जाता है।”
उन्होंने आगे कहा कि सदर अस्पताल दिखावे में भले ही चमकता हो, लेकिन हकीकत में यह मौत का सौदागर बना हुआ है। कई बार अस्पतालों का संचालन प्रशिक्षु नर्सों और अयोग्य स्टाफ के भरोसे किया जा रहा है।
पार्टी ने जनता से की भागीदारी की अपील
प्रभात पांडेय ने पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता से अपील की है कि वे 17 जून को शेखपुरा सिविल सर्जन कार्यालय पर होने वाले प्रदर्शन में भारी संख्या में जुटें और सरकार पर दबाव बनाएं ताकि स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक किया जा सके।
बैठक में किसान सभा के जिला सचिव ललित शर्मा, खेत मजदूर यूनियन के नेता धुरी पासवान, रामदास, विश्वनाथ प्रसाद, यूथ फेडरेशन के जिला अध्यक्ष निधीश कुमार गोलू, जीशान रिजवी, धनंजय पांडेय, राजेंद्र महतो, वीरेंद्र पांडेय, नंदकेश्वर महतो, मालती देवी, सुखदेव रविदास सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।