वक्फ कानून और महंगाई के खिलाफ AIYF का प्रतिरोध मार्च
वक्फ कानून, रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल की महंगाई, आंधी-तूफान से हुई क्षति और पीने के पानी की समस्या को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला गया। मार्च का आयोजन सीपीआई कार्यालय से हुआ।मार्च में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर, नौजवान, अल्पसंख्यक और भाकपा कार्यकर्ता शामिल हुए।

ऑल इंडिया तंजीम ए इंसाफ और ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को वक्फ कानून, रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल की महंगाई, आंधी-तूफान से हुई क्षति और पीने के पानी की समस्या को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला गया। मार्च का आयोजन सीपीआई कार्यालय से हुआ। सीपीआई ने भी इस मार्च को समर्थन दिया।
मार्च में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर, नौजवान, अल्पसंख्यक और भाकपा कार्यकर्ता शामिल हुए। यह मार्च दल्लू चौक, खांड पर, चांदनी चौक होते हुए समाहरणालय के पास पहुंचा। वहां यह सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई के सहायक जिला सचिव गुलेश्वर यादव ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार वक्फ कानून लाकर देश की एकता को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि लाल झंडा के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार वक्फ कानून को वापस ले।
ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के राज्य संयुक्त सचिव सह जिला अध्यक्ष निधीश कुमार गोलू ने कहा कि सरकार ने वक्फ संशोधन कानून के बहाने रसोई गैस के दाम में 50 रुपये और डीजल-पेट्रोल में 2 रुपये की बढ़ोतरी कर दी। उन्होंने कहा कि यह जनता के साथ धोखा है। मोदी सरकार मदरसा और मस्जिदों को निशाना बनाकर देश में भगवाकरण की कोशिश कर रही है, जिसे देश की जनता स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि शेखपुरा समेत पूरे बिहार में आंधी-तूफान से गरीबों के मकान, पशु शेड और झोपड़ियां उजड़ गईं। किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। सरकार जल्द से जल्द मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि पीएचईडी की लापरवाही से जिले में पीने के पानी की भारी समस्या है। जिलाधिकारी इस पर संज्ञान लें और सभी बंद चापाकलों को चालू कराया जाए।