Sheikhpura News : शेखपुरा में 553 नव चयनित शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र; प्रभारी मंत्री बोले-” जब से बंद हुई मधुशाला, महिलाएं जा रही पाठशाला”

रविवार को मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के कर कमलों के द्वारा राज्य भर में एक ही साथ 51 हजार 389 शिक्षकों को एक ही साथ नियुक्ति पत्र दिया गया। मुख्य कार्यक्रम पटना में आयोजित किया गया, जिसका सीधा प्रसारण सभी जिलों में किया गया है।

शेखपुरा जिला में यह कार्यक्रम डाइट भवन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री शीला मंडल के कर कमलों के द्वारा नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। मंत्री जी का स्वागत डाइट की छात्राओं के द्वारा स्वागत गान से किया गया ।

आज कुल शेखपुरा जिला अंतर्गत 553 नव चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण किया गया। जिसमें वर्ग 01 से 05 तक के कुल 261 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। वही वर्ग 06 से 08 में कुल 115, वर्ग 09 से 10 के कुल 143 एवं 11 से 12 वर्ग के कुल 34 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र उनके द्वारा दिया गया । इस तरह से इस जिला में आज कुल 553 नव चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया।

मंत्री ने अपने अभिभाषण में बदलते बिहार के तस्वीर की चर्चा करते हुए कही कि पिछले 02 दशक से हमारे मुख्यमंत्री के द्वारा लगातार बिहार के विकास के लिए कार्य किया जा रहा है, जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। सत्ता में आते ही उनकी सरकार ने शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया, जिसका परिणाम है कि आज बिहार का साक्षरता दर 77 प्रतिशत से ऊपर चल गया है। आज पंचायतों में उच्च विद्यालय है। बालिकाओं के शिक्षा के लिए उनकी सरकार ने साइकिल देना चालू किया, जिसका परिणाम है कि आज महिलाएं लगातार उच्च शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान स्थापित कर रही है। हमने उन्हें उनके शिक्षा का अधिकार दिलाया, जिसके कारण आज वो बदलती बिहार की तस्वीर बन चुकी है।

इसके साथ ही सरकार के द्वारा शराबबंदी लागू की गई, जिसके कारण अपराध में भारी कमी आई है। आज रात में लोग आराम से बाहर घूम सकते है। महिलाएं एवं बालिकाओं आज सुरक्षित महसूस कर रही है। वो कहा जाता है न ” जब से बंद हुई मधुशाला, महिलाएं जा रही पाठशाला” की नीति पर उनकी सरकार काम कर रही है। उन्होंने सभी नवनियुक्त शिक्षकों से अपील की आज नियुक्ति पत्र लेने के बाद अपने विद्यालय जाकर अपने कर्तव्य का जिम्मेदारी से पालन करे। जिस तरह आप शिक्षित हुए है ,आगे बच्चे को भी पढ़ाए तथा बिहार की तस्वीर बदले । उन्होंने सभी को होली की अग्रिम शुभकामना देते हुए अपनी वाणी को विराम दी।