हीट वेव से निपटने की तैयारी तेज, आश्रय स्थल बढ़ेंगे
उप विकास आयुक्त संजय कुमार ने नगर निकाय क्षेत्रों में प्याऊ, वाटर एटीएम और टैंकर की संख्या की समीक्षा की। निर्देश दिया कि गर्मी को देखते हुए प्रमुख स्थानों पर प्याऊ की संख्या बढ़ाई जाए। शेखपुरा नगर निकाय में 2 और बरबीघा नगर निकाय में 1 आश्रय स्थल संचालित हैं। इनकी संख्या बढ़ाने और वहां सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया।

शेखपुरा में लू से बचाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। बुधवार को उप विकास आयुक्त संजय कुमार की अध्यक्षता में सभी विभागों की समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने नगर निकाय क्षेत्रों में प्याऊ, वाटर एटीएम और टैंकर की संख्या की समीक्षा की। निर्देश दिया कि गर्मी को देखते हुए प्रमुख स्थानों पर प्याऊ की संख्या बढ़ाई जाए। शेखपुरा नगर निकाय में 2 और बरबीघा नगर निकाय में 1 आश्रय स्थल संचालित हैं। इनकी संख्या बढ़ाने और वहां सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया। आश्रय लेने वालों की सूची भी तैयार करने का निर्देश दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल बरबीघा और अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हीट वेव के लिए 8 समर्पित वार्ड बनाए गए हैं। इनमें कुल 44 बेड हैं। सभी वार्डों में कूलर और एसी की सुविधा है। जिले की सभी 17 एम्बुलेंस पूरी तरह से चालू हालत में हैं।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने बताया कि जिले के कई प्रखंडों में भूजल स्तर में गिरावट आई है। 31 मार्च 2025 को जिले का औसत जल स्तर 37.38 फीट दर्ज किया गया। नल-जल योजना और खराब चापाकलों की शिकायत मिलते ही गैंग भेजकर मरम्मत कराई जा रही है। जिला पदाधिकारी हर सप्ताह इसकी समीक्षा कर रहे हैं। सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर 50-50 ओआरएस पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि 7 अप्रैल 2025 से सभी स्कूल सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक संचालित हो रहे हैं। सुरक्षित शनिवार के तहत बच्चों को लू से बचाव की जानकारी दी जा रही है।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए क्या करें, क्या न करें से संबंधित फ्लैक्स लगाए गए हैं। सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा विभिन्न माध्यमों से लू से बचाव की जागरूकता फैलाई जा रही है।
पशुपालन विभाग को पशु एम्बुलेंस तैयार रखने और सभी पशु अस्पतालों व टीमों को क्षेत्र भ्रमण करने को कहा गया है। श्रम अधीक्षक को श्रमिकों के बीच जागरूकता अभियान चलाने और प्रतिदिन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
अग्निशमन कार्यालय को सभी वाहन तैयार रखने को कहा गया है। स्कूलों, जीविका समूहों और प्रमुख स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है। सरकारी संस्थानों, अस्पतालों, मॉल और अन्य संस्थानों का फायर ऑडिट कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। 14 से 20 अप्रैल तक चलने वाले अग्नि सुरक्षा सप्ताह के लिए सभी विभागों को तैयारी करने को कहा गया है।
बैठक में अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।