ब्लैक आउट का विरोध किया, डॉक्टर को दी गला काटने की धमकी
इस घटना के विरोध में शुक्रवार को शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। लोगों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। मार्च रामलीला मैदान दुर्गा स्थान से शुरू हुआ। राजेंद्र चौक, गांधी चौक, दीनदयाल चौक, राजीव गांधी चौक, एक नंबर ट्रैफिक और किला के मुख्य द्वार से होते हुए मुंगेर एसपी कार्यालय पहुंचा। वहां अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार को ज्ञापन सौंपा गया। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

मुंगेर: ब्लैक आउट का विरोध करना वरिष्ठ डॉक्टर सुधीर कुमार को भारी पड़ गया। बुधवार देर शाम सुभाष नगर में कुछ असामाजिक तत्वों ने उन्हें गाली दी और गला काटने की धमकी दी। डॉक्टर सुधीर भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा के चेयरमैन हैं। वे स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक पद से रिटायर हो चुके हैं।
इस घटना के विरोध में शुक्रवार को शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। लोगों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। मार्च रामलीला मैदान दुर्गा स्थान से शुरू हुआ। राजेंद्र चौक, गांधी चौक, दीनदयाल चौक, राजीव गांधी चौक, एक नंबर ट्रैफिक और किला के मुख्य द्वार से होते हुए मुंगेर एसपी कार्यालय पहुंचा। वहां अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार को ज्ञापन सौंपा गया। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
मार्च का नेतृत्व भाजपा विधायक प्रणव कुमार ने किया। मेयर कुमकुम देवी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉक्टर सुभाष चंद्रा, डॉक्टर रंजीत कुमार, डॉक्टर पीएम सहाय, चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी और कई संगठनों के लोग शामिल हुए। बड़ी संख्या में शहरवासी भी मार्च में शामिल हुए।
विधायक प्रणव कुमार ने कहा कि जिस संस्थान ने ब्लैक आउट का फैसला लिया, उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर की व्यवस्था बिगड़ रही है। प्रशासन को इसे जल्द सुधारना होगा। नहीं तो इसके लिए जनता जिम्मेदार नहीं होगी।
मेयर कुमकुम देवी ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है। विरोध करना सबका अधिकार है। लेकिन जो विरोध नहीं करना चाहते, उन पर जबरन थोपना गलत है। उन्होंने कहा कि मुंगेर की घटना निंदनीय है। पुलिस को असामाजिक तत्वों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
डॉक्टर सुभाष चंद्रा ने कहा कि डॉक्टर सुधीर के घर जो घटना हुई, वह सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश है। दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। यह दुखद है। डॉक्टर रंजीत कुमार ने भी घटना की निंदा की।
अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने कहा कि असामाजिक तत्वों की पहचान कर ली गई है। जल्द गिरफ्तारी होगी। उन्होंने कहा कि ब्लैक आउट के दिन डॉक्टर के साथ गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी गई थी।