गांव की गलियों में सोलर लाइट, लाइब्रेरी और सिलाई सेंटर की मांग
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, डीसीएलआर, बीडीओ, डीपीएम जीविका सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सैकड़ों महिलाओं को समाज में बदलाव लाने की शपथ दिलाई गई।

गुरुवार को चेवाड़ा प्रखंड के लहना गांव में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिलाधिकारी आरिफ अहसन ने महिलाओं से सीधा संवाद किया। सरकार से उनकी उम्मीदों को जाना। कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं की वीडियो फिल्म दिखाई गई। इसके बाद ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं ने अपने अनुभव साझा किए।
गांव की पूजा कुमारी ने बताया कि बालिका मेधावृत्ति योजना के तहत मैट्रिक पास करने पर 10 हजार रुपये मिले। इंटर में प्रथम स्थान आने पर 25 हजार रुपये मिलेंगे। इस राशि से आगे की पढ़ाई कर सकेंगी। महिला थाना की एसएचओ अनामिका कुमारी ने बताया कि 35 प्रतिशत आरक्षण के कारण सरकारी नौकरी मिली। मद्य निषेध विभाग की अवर निरीक्षक प्रीति कुमारी ने भी आरक्षण का लाभ लेकर नौकरी पाने की प्रक्रिया साझा की।
गांव की विकास मित्र गायत्री ने अपने कार्यों की जानकारी दी। सतत् जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित सुनीता देवी ने बताया कि पति के निधन के बाद जीविका दीदियों की मदद से बकरी पालन और किराना दुकान शुरू की। अब हर महीने 8 हजार रुपये की आमदनी हो रही है। बच्चों की पढ़ाई भी हो रही है। बैंक में बचत भी कर पा रही हैं। अब कई दीदियां लखपति दीदी बनने की ओर बढ़ रही हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि महिलाएं सिर्फ घर तक सीमित न रहें। गांव, टोला और समाज के विकास के लिए भी सोचें। सरकार से मांग रखें। उन्होंने बताया कि गांवों में लाइब्रेरी खोली जा रही है। इसका संचालन जीविका दीदियों को सौंपा जाएगा। इससे लड़कियों को वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। इंटरनेट से जुड़कर पढ़ाई कर सकेंगी।
निर्मला कुमारी ने गांव की गलियों और चौराहों पर सोलर लाइट लगाने की मांग रखी। सुलोचना देवी ने जीविका भवन की मांग की। काजल कुमारी ने सिलाई सेंटर खोलने की बात कही ताकि महिलाएं सिलाई कर आमदनी बढ़ा सकें। ज्योति कुमारी ने लाइब्रेरी में वाई-फाई और प्रतियोगिता परीक्षाओं की किताबें उपलब्ध कराने की मांग की। कई दीदियों ने विधवा पेंशन की राशि बढ़ाकर 1000 रुपये करने की मांग रखी। सौर ऊर्जा से मोटर पंप और चापाकल लगाने की भी मांग की गई ताकि बिजली कटने पर पानी की दिक्कत न हो।
महिलाओं ने संकुल स्तरीय संघ में ऐसी राशि का प्रावधान करने की मांग की जिससे मोमबत्ती, अगरबत्ती और अन्य उद्योग शुरू कर सकें। गांव की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कंप्यूटर प्रशिक्षण ले रही कोमल कुमारी, रोशनी कुमारी और स्नेहा कुमारी ने भी अनुभव साझा किया। अन्य लड़कियों को भी इस तरह के निःशुल्क प्रशिक्षण लेने की सलाह दी।
इसी तरह के महिला संवाद कार्यक्रम अरियरी प्रखंड के वरुणा और चोरदरगाह, बरबीघा प्रखंड के तोयगढ़, सदर प्रखंड के हथियावां और गवय, चेवाड़ा प्रखंड के लहना और चकंदरा में भी आयोजित किए गए।