
उषा पब्लिक स्कूल ने शनिवार को बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर अभिभावकों के साथ एक विशेष ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल और घर के बीच साझेदारी को मजबूत करना रहा। इस मौके पर स्कूल ने “अभिभावक अकादमिक संकल्प प्रस्ताव” जारी किया। इसमें बच्चों की नियमित उपस्थिति, अनुशासित पढ़ाई और समग्र कल्याण की सामूहिक जिम्मेदारी तय की गई।
संकल्प में अभिभावकों ने बच्चों की कम से कम 80 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, अनावश्यक छुट्टियों से बचने और यूनिफॉर्म का पालन कराने का वादा किया। घर पर पढ़ाई के लिए शांत वातावरण बनाने, होमवर्क की निगरानी करने और परीक्षाओं की समयबद्ध तैयारी में सहयोग देने की बात कही गई।
स्क्रीन टाइम को संतुलित रखने, किताबों से पढ़ाई और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। बच्चों को संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव से बचाने के उपायों को अपनाने की बात भी संकल्प में शामिल रही।
अभिभावकों ने पेरेंट-टीचर मीटिंग में भाग लेने, शिक्षकों के सुझावों को मानने और ज़रूरत पड़ने पर काउंसलर से संपर्क करने का भी संकल्प लिया।
प्राचार्या सरोज रॉय ने कहा, “सच्ची शैक्षणिक सफलता तभी संभव है जब स्कूल के प्रयासों के साथ घर से भी निरंतर सहयोग मिले। यह संकल्प उस साझेदारी को औपचारिक रूप देता है।”
ओरिएंटेशन में प्रश्नोत्तर सत्र, पढ़ाई की समय-सारणी बनाने के सुझाव और स्कूल के काउंसलिंग व सुधारात्मक कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। अभिभावकों को संकल्प की मुद्रित और डिजिटल प्रतियां हस्ताक्षर के लिए दी गईं।