सदर अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बहाल, मरीजों को मिली राहत
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मरीजों को बेहतर इलाज देना उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की नियमित मौजूदगी से मरीजों को समय पर परामर्श और इलाज मिलेगा। इससे भीड़ और अव्यवस्था पर भी रोक लगेगी।

सदर अस्पताल में मरीजों की सुविधा को देखते हुए ओपीडी सेवाएं फिर शुरू कर दी गई हैं। एसीएमओ के निर्देश पर कटारी पीएचसी से डॉ. देवकांत को बुलाकर जनरल ओपीडी में तैनात किया गया है। अरियरी से डॉ. नुसरत जवीं को महिला ओपीडी के लिए बुलाया गया है।
महिला ओपीडी को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। इससे महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सलाह और जरूरी इलाज मिल सकेगा। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यह कदम मरीजों के हित में उठाया गया है। आने वाले समय में ओपीडी सेवाओं को और बेहतर किया जाएगा।
इसी बीच गुरुवार से सभी डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया है। एसीएमओ डॉ.अशोक कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टर बायोमेट्रिक हाजिरी और अन्य मांगों को लेकर नाराज हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज होगा।
ओपीडी सेवाएं बाधित होने से दूर-दराज से आने वाले मरीजों को भारी परेशानी हो सकती थी। आम लोगों को बिना रुकावट इलाज देना सरकार की जिम्मेदारी है। अब देखना होगा कि प्रशासन और डॉक्टरों के बीच यह विवाद कब सुलझता है।