Sheikhpura News : आज से सदर प्रखंड के कुल 7 गांवों में कालाजार से बचाव को किया जाएगा छिड़काव

कालाजार बीमारी से लोगों को बचाने के लिए जिले के सदर प्रखंड में गुरूवार से सिंथेटिक पाउडर का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सदर अस्पताल के प्रागंण से चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.रविरंजन कुमार ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया है। इस रथ के माध्यम से समुदाय के बीच कालाजार बीमारी से बचने एवं कब उनके क्षेत्र में छिड़काव किया जाना है, इसके लिए जानकारी के साथ जागरूकता लाया जाएगा।
इस बात की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ.संजय कुमार ने बताया कि आज से पूरे 39 दिनों तक चिन्हित गाँवो में छिड़काव किया जाना है। ये छिड़काव कुल 2543 घरों में छिड़काव किया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है। बालू मक्खी प्रायः नमी वाले जगहों पर पनपता है, इसलिए अपने घर के अंदर एवं बाहर नमी न होने दें। साथ ही साफ -सफाई का भी पूरा ध्यान रखें। इस बात का भी ध्यान रखें की अगर घर के दिवार मिट्टी के बने हैं तो उनमे जो दरार आ जाती है, उसे भरकर रखें। क्योकीं अक्सर देखा जाता है कि इन दरारों में नमी आ जाती है एवं मच्छर पनपने लगते हैं। साथ ही घर में सोने के समय मच्छरदानी का जरूर प्रयोग करें।

वर्ष 20230 तक कालाजार समाप्त करने का संकल्प
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया के तर्ज पर वर्ष 20230 तक कालाजार समाप्त करने का दृढ़ संकल्प लिया गया है। इसके लिए ही समय-समय पर इस बीमारी से बचने के लिए छिड़काव किया जाता है। डॉ अशोक कुमार ने बताया कि वर्ष 2022 से अभी तक जिले में एक भी कालाजार से पीड़ित वयक्ति नहीं मिला है। कालाजार का मुख्य लक्षणों में बुखार, वजन कम होना, एनीमिया एवं लीवर में सुजन होना है।
इस बीमारी से बचने के लिए समय पर उपचार होना अति महत्वपूर्ण हो जाता है, जो सदर अस्पताल में उपलब्ध है एवं जांच की सुविधा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है। अगर इस तरह के लक्षण महसूस होने लगे तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच हेतु जरुर जाएँ। जागरूकता रथ रवाना के समय वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुंदर कुमार ,नेहा कुमारी, सदर अस्पताल के हेल्थ प्रबंधक धीरज कुमार, भीबीडीएस मनोज कुमार मौजूद थे।