ईद, चैती छठ, रामनवमी पर शांति समिति की बैठक: DM बोले- शांति और भाईचारे से मनाना हम सबकी जिम्मेदारी
ईद को लेकर जिले के 54 प्रमुख स्थलों को चिन्हित किया गया है। हर स्थल पर अलग-अलग दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है। सभी को समय पर ड्यूटी स्थल पर पहुंचने और स्थिति सामान्य होने तक डटे रहने का निर्देश दिया गया है। बाहर से आने वाले संदिग्धों पर नजर रखने को कहा गया है। नमाज के समय मस्जिदों और आसपास के इलाकों में थाना प्रभारी और दंडाधिकारी मुस्तैद रहेंगे। किसी भी गड़बड़ी की सूचना पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

शुक्रवार को ईद-उल-फितर, रामनवमी और छठ पर्व को लेकर समाहरणालय स्थित मंथन सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने की। उन्होंने कहा कि जिले में ये पर्व पहले भी शांतिपूर्वक मनाए गए हैं। इस बार भी सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी में है।
प्रत्येक प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने क्षेत्र की विधि-व्यवस्था का पूर्ण प्रभारी बनाया गया है। अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारी रिजर्व में रहेंगे। जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पर्व सभी का होता है। इसे शांति और भाईचारे से मनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। डीजे और अश्लील गानों पर पूरी तरह रोक रहेगी। गड़बड़ी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और शांति समिति के सदस्यों से सहयोग की अपील की।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहेगा। 112 नंबर की गाड़ी और बाइकर्स ग्रुप लगातार गश्त करेंगे। शराबबंदी को देखते हुए अवैध शराब के खिलाफ अभियान तेज किया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारी शेखपुरा (मो. 9473191402) और अपर पुलिस अधीक्षक (मो. 8084774449) विधि-व्यवस्था के पूर्ण प्रभारी रहेंगे। उप विकास आयुक्त (मो. 9431818372) और पुलिस उपाधीक्षक (मो. 8544428445) वरीय प्रभार में रहेंगे। इन्हें लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
श्रीकृष्ण सभागार, शेखपुरा में नियंत्रण कक्ष (फोन- 06341-223333) 24 घंटे कार्यरत रहेगा। इसका वरीय प्रभारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी को बनाया गया है।
जिलाधिकारी ने सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को बिजली, सफाई और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। थानाध्यक्षों को फ्लैग मार्च और ग्रामीण पुलिस को तैयार रखने को कहा गया है।
नगर निकाय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मस्जिदों के आसपास सफाई की व्यवस्था करेंगे। अग्निशमन पदाधिकारी को एक यूनिट अग्निशमन यंत्र नियंत्रण कक्ष के पास और एक यूनिट अपने कार्यालय में तैयार रखने को कहा गया है। सिविल सर्जन को एम्बुलेंस, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता, अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।