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26 अप्रैल को डीएम कार्यालय पर किसान-मजदूरों का होगा आंदोलन

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला परिषद की बैठक में 10 अप्रैल से अब तक तीन बार आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से जिले में हुए भारी नुकसान पर चर्चा हुई। कहा, इस बेमौसम आपदा ने किसानों और मजदूरों की कमर तोड़ दी है। आंधी और बारिश से यह पूरी तरह बर्बाद हो गई। खेतों में पड़ा गेहूं पानी में गलकर अंकुरित हो गया। सरकार और जिला प्रशासन से मांग की कि तुरंत सर्वे कराकर प्रति एकड़ कम से कम 50 हजार रुपए मुआवजा का मांग किया गया है अन्यथा 26 अप्रैल को डीएम कार्यालय पर आंदोलन की चेतावनी दिया है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला परिषद की बैठक जिला कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता पवित्र पासवान ने की। इसमें 10 अप्रैल से अब तक तीन बार आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से जिले में हुए भारी नुकसान पर चर्चा हुई। पार्टी ने कहा कि इस बेमौसम आपदा ने किसानों और मजदूरों की कमर तोड़ दी है। रबी फसल की कटाई का समय था। गेहूं की 45 प्रतिशत से अधिक फसल खेतों में खड़ी थी या कटकर खेतों में पड़ी थी। आंधी और बारिश से यह पूरी तरह बर्बाद हो गई। खेतों में पड़ा गेहूं पानी में गलकर अंकुरित हो गया।

शेखपुरा में बड़े पैमाने पर गेहूं और दलहन की खेती होती है। आंधी से यह भी खेतों में गिरकर नष्ट हो गया। आम के मंजर और दाने भी झड़ गए। प्याज की खेती पर भी असर पड़ा। तेज आंधी और पानी से प्याज के पौधे जमीन में दब गए। सब्जी और ककड़ी की फसलें भी नष्ट हो गईं। किसान कर्ज लेकर खेती करते हैं। इसी फसल से कर्ज चुकाने और परिवार चलाने की उम्मीद थी, जो अब टूट गई है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की कि तुरंत सर्वे कराकर प्रति एकड़ कम से कम 50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए। किसानों के बैंक कर्ज माफ किए जाएं। खरीफ फसल के लिए कृषि ऋण उपलब्ध कराया जाए। बज्रपात से हुई मौतों पर मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।

पार्टी ने कहा कि तेज आंधी और तूफान से जिले में हजारों गरीबों की झोपड़ियां गिर गईं। लोग बेघर हो गए। इन्हें भी मुआवजा दिया जाए। छोटे व्यापारियों के मुर्गी फार्म, खटाल और अन्य व्यवसाय भी नष्ट हो गए। इनका भी सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए।

इन सभी मांगों को लेकर 26 अप्रैल को बिहार राज्य किसान सभा के आह्वान पर सभी जिला मुख्यालयों पर आंदोलन होगा। शेखपुरा में भी किसान और मजदूरों को संगठित कर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।

बैठक में जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय, सहायक जिला सचिव गुलेश्वर यादव, एआईवाईएफ जिला सचिव नीधीश कुमार गोलू, धुरी पासवान, गणेश रविदास, राजेंद्र महतो, विश्वनाथ प्रसाद, जीशान रिजवी, धनंजय पांडेय, अनिल कुमार दास, कैलाश रविदास, दुर्गा मांझी समेत कई सदस्य मौजूद रहे।

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