गर्मी में संभावित पेयजल संकट से निपटने को लेकर डीएम ने अधिकारियों को दिए कई निर्देश
डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र में योजना की निगरानी करें। शिकायत मिलने पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण कार्यालय से संपर्क कर समाधान कराएं। कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि पिछले साल जहां टैंकर से जलापूर्ति हुई थी, वहां स्थायी समाधान करें। अरियरी प्रखंड के रंका, वृंदावन, हजरतपुरमडरो जैसे इलाकों में जरूरत के अनुसार पहाड़ी चापाकल लगाए जाएं। विभाग के पास उपलब्ध टैंकरों की जांच भी कराई जाए।

शुक्रवार को मंथन सभागार में जिला पदाधिकारी आरिफ अहसन की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक का मकसद गर्मी में संभावित पेयजल संकट से निपटने की तैयारी करना था। डीएम ने कहा, शेखपुरा में हर साल गिरते भूजल स्तर से पानी की समस्या होती है। इससे लोगों को परेशानी होती है। कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। अगले 3-4 महीने में संकट न हो, इसके लिए अभी से तैयारी जरूरी है। सभी पदाधिकारियों को इसी दिशा में काम करना होगा।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया, हाल ही में सभी प्रखंडों के वार्डों में हर घर नल जल योजना की जांच हुई। जहां कमियां मिलीं, वहां सुधार का काम चल रहा है। जिन घरों को योजना से जोड़ा नहीं जा सका, उन्हें जोड़ने के लिए नई योजना बनाई जा रही है। बंद पड़े चापाकलों की मरम्मत भी हो रही है।
नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारियों को आदेश दिया गया कि शहर के सार्वजनिक स्थलों पर तुरंत प्याऊ लगवाएं। प्रमुख स्थानों पर ठंडे पानी के लिए कूलिंग मशीन भी लगाई जाए। नगर क्षेत्र के ऐसे घर जो योजना से वंचित हैं, उन्हें जल्द लाभ दिलाया जाए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, टेम्पो स्टैंड जैसे स्थानों पर ओआरएस की व्यवस्था भी की जाए।
डीएम ने कहा, शिकायत मिलते ही रिपेयरिंग दल मौके पर भेजा जाए। ताकि लोगों को तुरंत राहत मिल सके।