देश के टॉप 50 आकांक्षी प्रखंडों में शेखोपुरसराय शामिल
शेखोपुरसराय प्रखंड देश के 500 आकांक्षी प्रखंडों में 43वें स्थान पर है। बिहार के आकांक्षी प्रखंडों में इसका स्थान चौथा है। इस उपलब्धि पर डीएम ने अधिकारियों की सराहना की।

जिला पदाधिकारी आरिफ अहसन की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला और प्रखंड की समीक्षा बैठक हुई। बैठक की शुरुआत डेल्टा रैंकिंग की समीक्षा से हुई। इसमें बताया गया कि शेखोपुरसराय प्रखंड देश के 500 आकांक्षी प्रखंडों में 43वें स्थान पर है। बिहार के आकांक्षी प्रखंडों में इसका स्थान चौथा है। इस उपलब्धि पर डीएम ने अधिकारियों की सराहना की। आगे और बेहतर प्रदर्शन के लिए लक्ष्य तय कर मेहनत करने को कहा।
बैठक में शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की गहन समीक्षा हुई। लंबित कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत जिले में बन रहे 5 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में से 3 पूरे हो चुके हैं। माफो पंचायत में निर्माण कार्य फिनिशिंग स्टेज पर है। पानापुर में भवन का लेआउट तैयार हो गया है। कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को माफो पंचायत में हेल्थ सब सेंटर का कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया।
जिले में चुने गए 88 आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनवाड़ी बनाने का काम चल रहा है। इन केंद्रों की मरम्मत के लिए कार्यपालक अभियंता को स्वीकृति आदेश पहले ही दिया जा चुका है। अब तक कार्य पूरा नहीं हुआ है। डीएम ने जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए चेवाड़ा प्रखंड में अगरबत्ती बनाने की यूनिट स्थापित की जाएगी। आसपास के लोगों को इससे जोड़ा जाएगा। रेफरल अस्पताल बरबीघा और समाहरणालय शेखपुरा में दीदी की कैफे खोलने का काम भी चल रहा है। इससे आने-जाने वालों को खाने-पीने की सुविधा मिलेगी।
एक अन्य योजना के तहत सदर अस्पताल शेखपुरा और रेफरल अस्पताल बरबीघा में ऑपरेशन थियेटर की सुविधा दी जा रही है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लेबर रूम को आधुनिक बनाने का कार्य भी जारी है।
डीएम के आदेश पर जीविका दीदियों द्वारा संचालित स्टिचिंग यूनिट को बड़ा यूनिट बनाने की योजना को मंजूरी दी गई है। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, जिला योजना पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता-सह-जिला गोपनीय पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी और डीपीएम जीविका मौजूद थे।