
बदलते दौर के साथ कृषि भी आधुनिक होती जा रही है। कृषि मे नई तकनीक का समावेश हो इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए बिहार सरकार, कृषि विभाग विभिन्न तरह के कृषि उपकरणों पर अनुदान दे रही है, ताकि किसान खेती कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सके।
कृषि क्षेत्र में मिलेगा फायदा
कीटनाशी/तरल उर्वरक/ फफूँदनाशी के छिड़काव कार्य मे किसान बंधु को कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ड्रोन से छिड़काव करने पर समय के साथ लागत में भी भारी कमी होती है। इसमे घोल के लिए पानी की भी कम आवश्यकता पड़ती है। शेखपुरा जिला के टाल/ चौर क्षेत्र मे ये अत्यंत उपयोगी साबित हो सकता है।
10 जनवरी तक करें ऑनलाइन आवेदन
वर्तमान मे कृषि विभाग बिहार, पौधा सरंक्षण संभाग द्वारा पॉपुलराइजेसन ऑफ एरियल स्प्रे ऑफ पेस्टिसाइड एण्ड लिक्विड फर्टिलाइज़र इन पीपीपी मोड योजना अंतर्गत ड्रोन के क्रय हेतु इच्छुक कृषक/खेती-बारी कृषि क्लिनिक संस्थापक/कृषि यंत्र बैंक/स्वयं सहायता समूह/अनुज्ञप्तिधारी कीटनाशी विक्रेता/किसान उत्पाद संगठन/एनजीओ/निजी संस्था/ रजिस्टर्ड कंपनी 10 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
3.65 लाख रुपए तक का मिलेगा अनुदान
इस योजनान्तर्गत चयनित आवेदक ड्रोन की कीमत से अनुदान की राशि घटाकर शेष राशि (कृषक अंश) का भुगतान करके संबंधित विक्रेता से ड्रोन क्रय कर सकेंगे एवं अनुदान की राशि सबंधित निर्माता के खाते मे अंतरित की जाएगी। 3.65 लाख रुपए तक का अनुदान इस योजना अंतर्गत दिया जाएगा।
OFMAS पोर्टल पर जाकर करें आवेदन
आवेदन कृषि विभाग के कृषि यांत्रिकीकरण के OFMAS पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते है। लाभार्थियों का चयन जिला स्तर पर जिला कृषि अधिकारी की अध्यक्षता मे गठित कमिटी के द्वारा ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। विभाग के द्वारा चयनित लाभार्थी को ड्रोन परिचालन सबंधी निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि लाभार्थी पूरी तरह से सक्षम हो सके।