
फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मादा क्यूलेस मच्छर के काटने से होता है। इस बीमारी से बचाव के लिए समय पर दवा खानी बहुत ही जरूरी है। इस रोग से बचाव हेतु आगामी 10 फ़रवरी से पूरे जिले में सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत की जा रही है। इस दौरान हम सभी स्वस्थ लोगों को दवा सेवन करनी है।
उक्त बातें शनिवार को सिविल -सर्जन डॉ अमृत किशोर ने स्वास्थ्य विभाग एवं सिफार के द्वारा आयोजित एकदिवसीय मीडिया कार्यशाला में कही। उन्होंने बताया की क्यूलेस मच्छर ज्यादातर नमी एवं गंदगी वाले जगह पर पनपता है । समुदाय को अपने घरों के आसपास एवं घर के अन्दर साफ -सफाई का हमेशा ध्यान रखनी चाहिए।
डॉ किशोर ने कार्यशाला को संबोधित करते हर कहा जिले में कुल 20,80,928 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए कुल 1067 टीम बनायी गयी है। जो घर -घर जाकर लोगों को दवा खिलाने के साथ -साथ फाइलेरिया से बचने हेतु भी जागरूक करेगी। सर्वजन -दवा सेवन अभियान कुल 17 दिनों तक चलाया जाना। जिसमें अंतिम 3 दिनों तक बूथ लगाकर लोगों को दवा खिलाई जाएगी।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेन्द्र कुमार धुसिया ने कहा फाइलेरिया बीमारी होने के बाद इंसान को शारीरिक ही नहीं बल्कि सामाजिक व आर्थिक स्थिति के साथ—साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए इस गंभीर एवं लाइलाज बीमारी से बचने का एक मात्र उपाय है. सरकार द्वारा समय -समय पर चलाए जाने वाले सर्वजन -दवा सेवन अभियान के दौरान फाइलेरिया रोधी दवा का खाना. इस बीमारी से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल, आइवरमेक्टीन और डीईसी की दवा खिलाई जानी है .
डॉ.धुसिया ने कहा टीम के सभी सदस्यों को सख्त निर्देश दिया गया है की वो किसी भी व्यक्ति को दवा बाटें नहीं , उनको अपने सामने ही खिलायें .इस मौके पर जिले की मीडिया के साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक पवन कुमार ,वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी प्रमोद कुमार एवं विकाश कुमार ,पिरामल ,सीफार एवं लेप्रा के प्रतिनधि मौजूद थे।
याद रखना चाहिए :
- दो साल से कम उम्र के बच्चों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलानी है .
- गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के छोड़कर सभी स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन है करानी.
- फाइलेरिया रोधी दवा कभी भी खाली पेट नहीं खानी है.