अशोक धाम बना राजकीय महोत्सव, डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ
राजकीय महोत्सव के पहले दिन डिप्टी सीएम ने अशोकधाम डॉट कॉम वेबसाइट और मंदिर पर आधारित लघु फिल्म का लोकार्पण किया। वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालुओं को मंदिर के इतिहास, दर्शन, पूजा-पाठ की बुकिंग और धार्मिक कार्यक्रमों की जानकारी ऑनलाइन मिलेगी।

अशोक धाम में तीन दिवसीय राजकीय महोत्सव की शुरुआत सोमवार को हुई। उपमुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने मंदिर में बाबा भोलेनाथ का रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की। प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस मौके पर जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, टीवी कलाकार विकास आनंद, अपर समाहर्ता सुधांशु शेखर, मंदिर ट्रस्ट के सचिव डॉ. कुमार अमित और वरीय सदस्य राजेंद्र सिंघानिया मौजूद रहे।
डिप्टी सीएम ने शिवलिंग के प्रकटीकरण के साक्षी अशोक बाबा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अशोक धाम की भूमि भगवान शिव के श्री इंद्रदमनेश्वर महादेव के प्राकट्य से पावन हुई है। यह स्थल लखीसराय की सांस्कृतिक चेतना का केंद्र बन चुका है। राज्य सरकार इसके विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि महादेव के प्रकटीकरण के बाद जिले की तकदीर बदली है। यह भूमि अपनी प्राचीन विरासत की ओर लौट रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस सांस्कृतिक परंपरा को आने वाली पीढ़ियों तक जीवंत रूप में पहुंचाएं।
सात अप्रैल 1977 को रजौना चौकी मौजा में अशोक नामक बालक के सतघरवा खेलने के दौरान भूमि से विशाल शिवलिंग का प्रकटीकरण हुआ था। इसके बाद यह स्थान अशोक धाम के रूप में प्रसिद्ध हुआ। तब से हर साल सात अप्रैल को प्रकटीकरण दिवस मनाया जाता है। अब इसे राजकीय महोत्सव का दर्जा मिला है। यह पहली बार है जब जिला प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट की ओर से तीन दिवसीय आयोजन किया जा रहा है।
महोत्सव के पहले दिन डिप्टी सीएम ने अशोकधाम डॉट कॉम वेबसाइट और मंदिर पर आधारित लघु फिल्म का लोकार्पण किया। वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालुओं को मंदिर के इतिहास, दर्शन, पूजा-पाठ की बुकिंग और धार्मिक कार्यक्रमों की जानकारी ऑनलाइन मिलेगी। डिप्टी सीएम ने इसे प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने वाला अहम कदम बताया। अब देश-विदेश से श्रद्धालु आसानी से अशोक धाम से जुड़ सकेंगे।
इस मौके पर मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. प्रवीण कुमार सिन्हा, विश्वभारती शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय के प्रो. अनिल कुमार, भाजपा प्रवक्ता प्रो. मनोरंजन कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
महोत्सव के तहत नौ अप्रैल तक धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रवचन और जनकल्याणकारी गतिविधियां होंगी। शिक्षा विभाग की ओर से शिव शक्ति और पर्यटन पर आधारित प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। यह महोत्सव अब केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लखीसराय की सांस्कृतिक चेतना और सामूहिक सहभागिता का प्रतीक बन चुका है।
महोत्सव के पहले दिन प्रभात फेरी और शोभा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा कस्तूरबा बालिका विद्यालय से शुरू हुई। स्कूली बच्चियों ने रजौना स्थित बनियाही पोखर के शिव मंदिर तक यात्रा की। वहां ग्रामीण महिलाएं भी शामिल हुईं। मंदिर ट्रस्ट ने गंगाजल की व्यवस्था की थी। कन्याओं और महिलाओं ने जल पात्र में जल भरकर गांव का भ्रमण किया। फिर सभी अशोक धाम पहुंचे। वहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजा की गई। हवन कार्यक्रम भी हुआ। पूजा के बाद सभी को प्रसाद दिया गया।