
मधुबनी के अंचलाधिकारी प्रिंस राज के ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी जारी है। टीम को उनके पास आय से 28 लाख रुपए अधिक की संपत्ति मिली है। मामला प्रथम दृष्टया आय से अधिक संपत्ति का है। इसी आधार पर एसवीयू ने केस दर्ज किया है। यह मामला उनके ही थाने में दर्ज हुआ है।
शेखपुरा और मधुबनी जिलों में एक साथ छापेमारी चल रही है। अब तक की जांच में 90 प्रतिशत संपत्ति आय से अधिक पाई गई है। छापेमारी का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। हाल ही में सरकार ने प्रिंस राज को निलंबित किया था।
मधुबनी स्थित उनके आवास से कई संपत्तियों की जानकारी सामने आई है। इन संपत्तियों की सूचना उन्होंने सरकारी रिकॉर्ड में नहीं दी थी। एसवीयू को शक है कि यह मामला और बड़ा हो सकता है।
जांच में एक बड़ा फर्जीवाड़ा भी सामने आया है। प्रिंस राज ने दो बार मैट्रिक की परीक्षा दी है। 2004 में धर्मेंद्र कुमार के नाम से और 2006 में प्रिंस राज के नाम से परीक्षा पास की है। दोनों सर्टिफिकेट एसवीयू ने जब्त कर लिए हैं। प्रिंस राज को 2019 में राजस्व सेवा में सीओ के पद पर बहाल किया गया था।
बता दें कि उनकी पत्नी अंकु गुप्ता भी अंचल अधिकारी है, जो शेखपुरा जिला के अरियरी प्रखंड में कार्यरत है। शेखपुरा शहर के राजोपुरम कॉलोनी स्थित किराए के मकान में भी छापेमारी चल रही है।
गौरतलब हो कि शेखपुरा जिले के पुलिस महकमा के दो अधिकारी भी रडार पर बताए जा रहे है। सूत्रों की माने तो आर्थिक अपराध इकाई में दोनों अधिकारी के अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति का ब्यौरा का काला चिट्ठा एसयूवी को उपलब्ध करा दिया गया है। दोनों अधिकारी पर जमीन का कारोबार करने वाले दलालों से मिलीभगत कर जमीन पर अवैध कब्जा दिलाने के एवज में अवैध कमाई का पुख्ता आरोप है।