तेजस्वी यादव 11 मई को बाबा महतो महोत्सव में होंगे शामिल
किदवंती है कि बाबा महतो साहब जन्म से ही दिव्य और तेजस्वी बालक थे। एक बार वे दीवार पर बैठकर सूत काट रहे थे। तभी सूचना मिली कि उनके मित्र बाबा मकदुम साहब बाघ पर सवार होकर मिलने आ रहे हैं। उन्होंने दीवार से चलने को कहा। दीवार चल पड़ी।

घाटकुसुम्भा प्रखंड के गदबदिया और अकरपुर गांव में हरोहर नदी किनारे बाबा नरपतमल महतो मंदिर के पास पांच दिवसीय बाबा महतो साहेब महोत्सव सह मेला का आयोजन 8 मई से होगा। मेला 12 मई तक चलेगा। इसकी शुरुआत 8 मई सुबह 6 बजे कलश शोभायात्रा से होगी।
11 मई को शाम 7 बजे बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समारोह में शामिल होंगे। उनके साथ विधायक विजय सम्राट समेत कई पूर्व मंत्री और विधायक भी आएंगे। मेला अध्यक्ष शिवशंकर महतो ने बताया कि आयोजन की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मेला स्थल पर झूले और दुकानों की सजावट शुरू हो गई है। पूजा पंडाल और खेल-तमाशे की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
कार्यक्रम में भोजपुरी गायिका निशा उपाध्यक्ष एयर गायक आशीष लाल यादव भी प्रस्तुति देंगे। आयोजन में प्रखंड और अन्य जिलों के प्रतिनिधिमंडल भी भाग लेंगे। आयोजन को लेकर ग्रामीणों में उत्साह है।
बाबा महतो साहब का जन्म 600 साल पहले नालंदा जिले के प्रणावां गांव में हुआ था। वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाते हैं। उन्होंने बाबा मकदुम साहब से मित्रता कर सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया।
मेला अध्यक्ष ने बताया कि पहले यह मेला हर साल प्रणावां गांव में लगता था। वर्ष 2005 से यह मेला एक साल घाटकुसुम्भा और अगले साल प्रणावां में लगाया जाता है।
बाबा महतो साहब धानुक समाज के लोगों के बीच लोकप्रिय देवता माने जाते हैं।