सीओ अंकु गुप्ता पर नहीं मिला कोई आरोप या सबूत
अरियरी की अंचलाधिकारी अंकु गुप्ता पर अब तक कोई आरोप या सबूत नहीं मिला है। जांच टीम ने बताया कि उनके खिलाफ कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है। टीम को वहां से न तो कोई नकदी मिली, न ही कोई जेवरात। कुछ जमीन से जुड़े दस्तावेज जरूर बरामद हुए हैं। टीम इन्हें जांच के लिए साथ ले गई है।

शेखपुरा जिले के अरियरी की अंचलाधिकारी अंकु गुप्ता पर अब तक कोई आरोप या सबूत नहीं मिला है। जांच टीम ने बताया कि उनके खिलाफ कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है। अंकु गुप्ता झारखंड के हजारीबाग की रहने वाली हैं। उनकी शादी तीन साल पहले मधुबनी के प्रिंस राज से हुई थी। दोनों ने साथ में बीपीएससी की परीक्षा पास की थी। दोनों अंचलाधिकारी के पद पर कार्यरत थे।
प्रिंस राज की पोस्टिंग सुपौल में थी। वहीं उनके खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। अंकु गुप्ता की पहली पोस्टिंग शेखोपुरसराय अंचल में आरओ के पद पर हुई थी। दूसरी पोस्टिंग छपरा में और तीसरी पोस्टिंग शेखपुरा जिले के अरियरी अंचल में हुई। बीच में वह सात-आठ महीने के लिए मातृत्व अवकाश पर रहीं। एक माह पहले ही उन्होंने दोबारा योगदान दिया था।
आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को शेखपुरा में उनके किराए के मकान पर छापेमारी की। यह कार्रवाई करीब छह घंटे चली। टीम को वहां से न तो कोई नकदी मिली, न ही कोई जेवरात। कुछ जमीन से जुड़े दस्तावेज जरूर बरामद हुए हैं। टीम इन्हें जांच के लिए साथ ले गई है।
इसके बाद टीम अंकु गुप्ता को उनके मायके हजारीबाग ले गई है। वहां दस्तावेजों की क्रॉस चेकिंग की जाएगी। जांच टीम के अनुसार, अब तक की जांच में अंकु गुप्ता के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है। न ही यह साबित हुआ है कि वह किसी भ्रष्टाचार में शामिल थीं।
हालांकि उनके पति प्रिंस राज के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच अभी जारी है। जहां-जहां छापेमारी हुई, वहां से भी अंकु गुप्ता के खिलाफ कोई प्रमाण नहीं मिला है। फिलहाल यह माना जा रहा है कि वह अपने पति के जुर्म की सजा भुगत रही हैं। उनके साथ उनकी एक माह की बेटी और बुजुर्ग मां भी हैं, जिन्हें वह हजारीबाग ले गई हैं। दोषी या निर्दोष होने का फैसला कोर्ट करेगा।