जल-जीवन-हरियाली पर मंथन, पर्यावरण अनुकूल खेती पर जोर
हर माह के पहले मंगलवार को यह दिवस मनाया जाता है। इसमें संबंधित विभाग बारी-बारी से भाग लेते हैं। इस बार कृषि विभाग की ओर से आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जल-जीवन-हरियाली अभियान में जनभागीदारी पर चर्चा हुई। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिले के सभी पदाधिकारी जुड़े।

समाहरणालय स्थित मंथन सभागार में जल-जीवन-हरियाली दिवस पर कार्यक्रम हुआ। इसकी अध्यक्षता उप विकास आयुक्त संजय कुमार ने की। यह आयोजन कृषि विभाग, बिहार सरकार, पटना द्वारा किया गया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ पटना के अधिवेशन भवन में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने किया।
जिला कृषि पदाधिकारी सुजाता कुमारी ने बताया कि यह अभियान 2019 में मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता, हरियाली बढ़ाना, मौसम के अनुसार खेती को बढ़ावा देना, भूजल स्तर में वृद्धि और वर्षा जल का संचयन है।
उन्होंने बताया कि नई तकनीक से खेती में बदलाव आया है। इससे किसानों को लाभ मिल रहा है। साथ ही पर्यावरण अनुकूल खेती को बढ़ावा मिल रहा है।
उप विकास आयुक्त ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई। उन्होंने पर्यावरण के अनुकूल खेती अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार हर खेत तक सिंचाई का पानी और बिजली पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। किसानों से पराली नहीं जलाने की अपील भी की।
कार्यक्रम में डीआरडीए निदेशक, जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अभियान से जुड़े अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।