
आंधी, तूफान, भारी वर्षा और ओलावृष्टि से फसल, गरीबों के घर और छोटे व्यापारियों के व्यवसाय को हुए नुकसान के खिलाफ किसानों ने सोमवार को समाहरणालय के मुख्य द्वार पर जोरदार प्रदर्शन किया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शेखपुरा जिला कार्यालय से किसान-मजदूर अखिल भारतीय किसान सभा, बिहार राज्य किसान सभा और शेखपुरा जिला परिषद के बैनर और झंडे के साथ दल्लू चौक, खांड पर, कटरा चौक, चांदनी चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचे।
प्रदर्शनकारी सरकार की विफलताओं के खिलाफ नारे लगाते रहे। उनकी मांग थी कि फसल के नुकसान का मुआवजा दिया जाए। छोटे व्यापारियों के मुर्गी फार्म और जानवरों के खटाल को हुए नुकसान का भी मुआवजा मिले। गिरे हुए गरीबों के घरों को पक्का मकान बनाया जाए। बैंक से कर्ज वसूली पर रोक लगे। अगले फसल के लिए बड़े पैमाने पर किसानों को खेती के लिए कर्ज मुहैया कराया जाए।
प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी से मिलकर प्रतिनिधिमंडल के जरिए मांग पत्र सौंपा। इस आंदोलन को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थन भी मिला।
नेताओं ने प्रशासन की लापरवाही को निंदनीय और दुखद बताया। कहा कि यदि किसानों, मजदूरों और पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय, सहायक जिला सचिव गुलेश्वर यादव, किसान सभा के जिला सचिव ललित शर्मा, जिला उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, खेत मजदूर यूनियन के जिला संयोजक धुरी पासवान, किसान नेता राजेंद्र महतो, विश्वनाथ प्रसाद, धनंजय पांडेय, गणेश रविदास, वीरेंद्र पांडेय, कुलवंती देवी और प्यारे चौहान मौजूद रहे।