शहरी इलाकों में जल संरक्षण और जाम पर डीएम सख्त
डीएम ने कहा कि सब्जी विक्रेता और छोटे दुकानदार सड़कों पर सामान लगाकर जाम की स्थिति पैदा करते हैं। इसके लिए अलग से भूमि चिन्हित कर उन्हें वहां स्थानांतरित किया जाए।

जिला पदाधिकारी आरिफ अहसन ने अपने कार्यालय में नगर कार्यपालक पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में नगर क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई। सबसे पहले जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत हो रहे कार्यों की प्रगति देखी गई। इसमें सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, सोख्ता निर्माण, नगर निकाय के भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग और सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं।
डीएम ने कहा कि जिले में भू-जल स्तर लगातार घट रहा है। ऐसे में वर्षाजल संचयन और पानी के पुनः उपयोग पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने सभी नगर निकायों को निर्देश दिया कि सोख्ता निर्माण और रेनवाटर हार्वेस्टिंग के कार्यों में तेजी लाएं।
शहरी क्षेत्रों में जाम की समस्या पर भी चर्चा हुई। डीएम ने कहा कि सब्जी विक्रेता और छोटे दुकानदार सड़कों पर सामान लगाकर जाम की स्थिति पैदा करते हैं। इसके लिए अलग से भूमि चिन्हित कर उन्हें वहां स्थानांतरित किया जाए। साथ ही, वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग से भी जाम होता है। इसके लिए पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने को कहा गया।
राजस्व वसूली पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। गर्मी को देखते हुए पेयजल की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। डीएम ने कहा कि हर घर तक नल का जल या अन्य वैकल्पिक उपायों से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। नये बसावट वाले क्षेत्रों में भी सभी घरों तक पेयजल पहुंचाने को कहा गया।
बैठक में शेखपुरा, बरबीघा और चेवाड़ा के नगर कार्यपालक पदाधिकारी मौजूद थे।