
शेखपुरा जिला अंतर्गत जीविका कार्यालय के किसान प्रशिक्षण सह शिक्षण संस्थान में शनिवार को कृषि उद्यमी दीदियों का कृषि संबंधित व्यवसाय विषय पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण किया गया।
इस अवसर पर जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक संतोष कुमार सोनू ने बताया कि इस उन्मुखीकरण में जिले की 14 कृषि उद्यमियों को बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति, नर्सरी, जैविक उर्वरक, डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से लेनदेन एवं कृषि संबंधित छोटे उपकरणों की बिक्री के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई गई।
कृषि क्षेत्र में किये गए अनुभवों को किया साझा
आज कृषि उद्यमी दीदियों में से कुछ दीदियों ने अपने कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे अनुभवों को साझा किया, जिनमें से बरबीघा प्रखंड की रिंकू कुमारी ने बताया कि किस प्रकार से अपने घर पर छोटे स्तर से मशरूम उत्पादन कर आमदनी कमाई जा सकती है और मार्केट में डिमांड को पूरा किया जा सकता है।

मशरूमों के अलग-अलग गुणों के बारे में दी जानकारी
डीपीएम संतोष कुमार सोनू ने बताया कि मशरूम के विभिन्न किस्म के बारे में सबों को बतलाया कि बटन मशरूम और ओयस्टर मशरूम, सफेद एवं गुलाबी रंग के मशरूम में अलग-अलग गुण होते हैं। मशरूम में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन, पोटैशियम, फॉस्फोरस एवं एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए काफी लाभकारी होते हैं।
सर्दियों में मशरूम के सेवन से काफी लाभ होता है। ठंड में जहां कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मशरूम सहायक होता है वही वजन कम करने में यह काफी मददगार साबित होता है।
जलकूप योजना के विषय में भी जानकारी
उन्होंने मुख्यमंत्री निजी जलकूप योजना के विषय में भी बताया और कृषि उद्यमियों से इसका लाभ लेने हेतु ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी बतलाई। इस उन्मुखीकरण में जीविका के कृषि प्रबंधन सुकेश कुमार, युवा पेशेवर आभा कुमारी एवं रोहन कुमार ने सभी प्रतिभागियों को बीज एवं उर्वरक के अनुज्ञप्ति की प्रक्रिया को विस्तार पूर्वक बतलाया और दीदियों के अनुभव से बाकी दीदियों को भी प्रेरित होकर मशरूम उत्पादन एवं अन्य पोषण बगीचा की गतिविधि करने की सलाह दी।