
शेखपुरा । जन सुराज पार्टी ने आज एक प्रेस वार्ता में बड़ा खुलासा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिला अध्यक्ष राजेश कुमार, मुख्य प्रवक्ता इमाम साफी और कार्यसमिति सदस्य इमाम राजी ने कहा कि जायसवाल ने ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन करते हुए किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) पर पिछले 25 वर्षों से अवैध कब्ज़ा कर रखा है।
संस्थापक का नाम गायब, क्लर्क बना डायरेक्टर!
प्रवक्ताओं ने दावा किया कि इस सिख अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज की स्थापना सरदार मोलेश्वर सिंह ने की थी। ट्रस्ट में दो-तिहाई सदस्य सिख समुदाय से होने चाहिए थे, लेकिन जायसवाल ने संस्थापक परिवार को ट्रस्ट से निकालकर खुद को डायरेक्टर बना लिया — जबकि वे एक समय कॉलेज में क्लर्क की नौकरी करते थे।
पुलिस अफसर की पत्नी को MBBS डिग्री!
प्रवक्ता इमाम साफी ने आरोप लगाया कि जिस पुलिस अधीक्षक ने दिलीप जायसवाल को राजेश साह हत्याकांड में क्लीन चिट दी, उसी अफसर की पत्नी को MGM कॉलेज से MBBS की डिग्री दी गई।
मेडिकल सीटें, नेताओं-अफसरों को तोहफा!
राजेश कुमार ने बताया कि जायसवाल ने 50 से अधिक नेताओं, अफसरों और रसूखदारों के परिवारों को मैनेजमेंट कोटा से दाख़िला देकर MBBS डिग्रियाँ बांटी। इसमें पूर्व सीएम राबड़ी देवी के कथित ‘भाई’ दिलीप जायसवाल के संबंधों की भी बात सामने आई है। दावा है कि लालू यादव के साले के परिवार के कई लोगों ने इसी कॉलेज से MBBS किया है।
जन सुराज की तीन बड़ी माँगें:
- MGM कॉलेज का संचालन फिर से सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को सौंपा जाए।
- राजेश साह हत्याकांड की पुनः निष्पक्ष जांच हो।
- दिलीप जायसवाल तत्काल प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें।