जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल संजीवन सिंह गिरफ्तार
संजीवन सिंह घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने उसके घर की कुर्की-जब्ती की। इसके बावजूद वह नहीं पकड़ा गया। हाल ही में फिर से उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया गया था। आरोपी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। इससे पुलिस को उसकी लोकेशन पता करने में दिक्कत हो रही थी।

लखीसराय। रामगढ़ चौक थाना पुलिस ने जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल संजीवन सिंह को बांका जिले के खेसर गांव से गिरफ्तार किया। एसपी अजय कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि संजीवन सिंह औरे गांव का रहने वाला है। वह यदुनंदन सिंह का बेटा है। उस पर 6 सितंबर 2023 को गांव के ही रामभवन सिंह के 16 वर्षीय बेटे राजकुमार सिंह की हत्या का आरोप है। राजकुमार पर जानलेवा हमला किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में रामगढ़ चौक थाना में कांड संख्या 681/23 दर्ज है। इसमें धारा 147, 148, 149, 307, 325, 354, 504 और बाद में धारा 302 जोड़ी गई थी।
संजीवन सिंह घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने उसके घर की कुर्की-जब्ती की। इसके बावजूद वह नहीं पकड़ा गया। हाल ही में फिर से उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया गया था। आरोपी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। इससे पुलिस को उसकी लोकेशन पता करने में दिक्कत हो रही थी। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ शिवम कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई। टीम ने तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर लगातार छापेमारी की। आखिरकार उसे बांका जिले के खेसर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उस पर पहले से ही थाना कांड संख्या 599/21 के तहत हत्या का एक और मामला दर्ज है। इस मामले में वह बेल टूटी पर चल रहा था। उसके खिलाफ वारंट भी जारी हुआ था।
गिरफ्तारी टीम में रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष मंटू कुमार, तेतरहाट थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित, पुअनि मनन सिंह, डीआईओ की टीम, नैनतारा कुमारी, संतोष कुमार और लव कुमार शामिल थे।
गिरफ्तार आरोपी का बेटा सचिन कुमार भी हत्या के एक मामले में जेल में बंद है। वह भी जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल है। हाल ही में उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था।