अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकने को पुजारियों संग बैठक
30 अप्रैल अक्षय तृतीया के मौके पर जिले में संभावित बाल विवाह की घटनाओं को रोकने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के विभिन्न मंदिरों और धामों के पुजारियों को बुलाया गया। उन्हें निर्देश दिया गया कि बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए समाज के हर नागरिक को आगे आना होगा।

30 अप्रैल अक्षय तृतीया के मौके पर जिले में संभावित बाल विवाह की घटनाओं को रोकने के लिए अनुमंडल कार्यालय में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने की। इस मौके पर जिले के विभिन्न मंदिरों और धामों के पुजारियों को बुलाया गया। उन्हें निर्देश दिया गया कि बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए समाज के हर नागरिक को आगे आना होगा।
बैठक में अरघोती पोखर, विष्णु धाम, कुशेंढ़ी पंचबदन स्थान, गिरिहिंदा पहाड़ मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के मुख्य पुजारियों से विमर्श किया गया। बताया गया कि अगर किसी भी तरह के बाल विवाह की संभावना दिखे या कोई बाल विवाह कराने धाम पर पहुंचे तो उसे तुरंत रोकना है। अगर वह नहीं रुके तो इसकी सूचना जिला प्रशासन और स्थानीय थाना को देनी है।
बताते चलें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली ने निर्देश दिया है कि अक्षय तृतीया पर बड़े पैमाने पर शादी-विवाह होते हैं। इस दौरान बाल विवाह की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसी कारण संबंधित थाना के बाल संरक्षण अधिकारियों, मठों और मंदिरों के पुजारियों, बाल संरक्षण के सहायक निदेशक और समाज के प्रबुद्ध लोगों से बाल विवाह रोकने का निर्देश और अनुरोध किया गया है।